Dosti Poem in Hindi
'मुस्कान'
'मुस्कान' वो प्यारी है
अम्मा की दुलारी है
नटखट है थोड़ी
थोड़ी ख़्वाइशों की पिटारी है
वो एक अहसास है, बहुत ही खास है।
एक खूबसूरत सा ख़्वाब है किसी का,
एक अफ़साना है, इस ज़ालिम दुनिया से बेगाना है।
अंधेरी सी शाम है, कई यादें समेटे
खिलखिलाती कुछ रुलाती, ढेर सारी बातें,
स्कूल के किस्से संग स्ट्रीट फूड का तड़का
चाय-काफी की चुस्कियां और चांद तारों से भरी रातें।
ये शब्द दिल के करीब हैं, इन से कुछ आंसू बांटे हैं
हीरे-जवाहरात तो नहीं, मगर रक्खे हैं
यादों की एल्बम में मैने कुछ यार संभाल के।
#clichepoetry #friendshippoetry #pixiepoetry
#yaaripoems #poetry #Poem #dosti

2 comments